निजामाबाद तहसील क्षेत्र के लखनूपुर गाँव में सिद्ध पीठ माँ अष्टभुजा मंदिर पर राम यज्ञ चल रही है कोईन्हा बाजार लखनऊपुर मां अष्टभुजा के स्थान पर रामजाग्य चल रहा
निजामाबाद तहसील क्षेत्र के लखनूपुर गाँव में सिद्ध पीठ माँ अष्टभुजा मंदिर पर राम यज्ञ चल रही है कोईन्हा बाजार लखनऊपुर मां अष्टभुजा के स्थान पर रामजाग्य चल रहा है जिसमें कथावाचक आचार्य पंडित कृष्ण मोहन मिश्रा जी ने बताया की रामचरितमानस भोग की नहीं अपितु त्याग की जीवन जीने की कथा है इसमें कोई किसी से काम नहीं है राम जी बन गए उनके साथ मां जानकी राजमहल के तमाम भोग को छोड़कर चल देती हैं उनके पीछे उर्मिला को छोड़कर राजमहल को छोड़कर लक्ष्मण जी भी चल देते हैं और भारत की नंदीग्राम में तपस्या में ली हो जाते हैं शत्रुघ्न जी राजमहल के बाहर रखवाली में 14 वर्ष तक पर रहे और उर्मिला जी कभी ना तो सुख की नींद ली ना तो सुख सुविधा में लीन हुई जितने भी पत्र रहे वह सब त्याग के मूर्ति थे पूरा पंडाल जय श्री राम के नारों और हर हर महादेव के जयकारों से गुंजायमान था हर तरफ भक्ति मय भाव था श्री राम यज्ञ में हजारों श्रद्धालु यहां आकर सुबह शाम दर्शन पूजन कर रहे है और रोज शाम को आचार्य पंडित कृष्ण मोहन मिश्र द्वारा राम कथा कर रहे हैं आज़ राम कथा में त्याग कि भावना का वर्णन किया गया जिसको सुनकर लोग भाव विभोर हो गए और रोज भंडारा प्रसाद आरती का अयोजन चल रहा है जिसमें हजारों लोग रोज उपस्थित रहते हैं